ऋषिकेश । सहायक निदेशक डॉक्टर चंडी प्रसाद घिल्डियाल ने आज संस्कृत शिक्षा में नवाचार के तहत श्री वेद संस्कृत महाविद्यालय के छात्रावास में अपनी स्वर्गीय माता उमा देवी के नाम पर पांच कंप्यूटरों का लोकार्पण एवं शुभारंभ किया।
इस अवसर पर उपस्थित शिक्षकों एवं छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए डॉक्टर घिल्डियाल ने कहा कि यद्यपि संस्कृत प्रत्यय भाषा है ,देव वाणी है और उससे ही सभी भाषाएं और विज्ञान निकले हैं ,परंतु वर्तमान परिपेक्ष में संस्कृत भाषा के उत्थान के लिए उसमें नवाचार की परम आवश्यकता है ,और उसके लिए संगणक (कंप्यूटर) का ज्ञान विद्यार्थियों के भविष्य के लिए महत्वपूर्ण कड़ी साबित होगा।
उन्होंने कहां कि उनकी स्वर्गीय माता का सपना था,कि निर्धन परंतु प्रतिभा संपन्न छात्रों को पठन-पाठन सामग्री उपलब्ध होनी चाहिए इसलिए आज मोक्षदा एकादशी के अवसर पर उनके मोक्ष की कामना से वह उनके नाम पर महाविद्यालय को पांच कंप्यूटर उपलब्ध कर रहे हैं ,कहा कि संस्कृत भाषा के प्रचार प्रसार एवं उत्थान के लिए तथा इस देव वाणी का लगन से अध्ययन कर रहे विद्यार्थियों की सफलता के लिए वह सब कुछ करने के लिए तैयार है।
महाविद्यालय के प्रधानाचार्य कृष्ण कुमार उनियाल ने कहा कि” प्रथम गवर्नर अवार्डेड “सहायक निदेशक डॉ चंडी प्रसाद घिल्डयाल के उचित मार्गदर्शन एवं कुशल प्रशासन की बदौलत विद्यालय को यह बड़ी सौगात प्राप्त हुई है जिसके लिए विद्यालय परिवार हमेशा उनका ऋणी रहेगा। कार्यक्रम में उपस्थित सहायक निदेशक के 90 वर्षीय पिता पंडित शिव प्रसाद घिल्डियाल ने कहा कि भोग के साथ त्याग की शिक्षा मैंने अपने बचपन से ही सर्वगुण संपन्न एवं कुशाग्र बुद्धि के इस बेटे को दी है, जिसके परिणाम आज सामने आ रहे हैं।
कार्यक्रम का संचालन विद्यालय के प्रवक्ता सुनील दत्त ने किया, इस अवसर पर सहायक निदेशक के पहुंचने पर विद्यालय के छात्र-छात्राओं द्वारा स्वस्तिवाचन एवं पुष्प वर्षा से उनका स्वागत किया गया ,मौके पर महाविद्यालय के प्रबंधक श्री रविंद्र किशोर शास्त्री, धर्म शिक्षक दिनेश सेमेल्टी, डॉ अजीत नवानी, विपिन उनियाल, संगीता जेठूरी , दीपक राज कोठारी सहित बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं एवं प्रबुद्ध नागरिक उपस्थित रहे