- छात्रों द्वारा विकसित उत्पादों की प्रदर्शनी
देहरादून। उत्तरांचल विश्वविद्यालय के रिसर्च एवं इनोवेशन प्रभाग ने स्पेक्स के सहयोग से एक माह का ग्रीष्मकालीन इंटर्नशिप कार्यक्रम सम्पन्न हो गया। कार्यक्रम दो अत्याधुनिक विषयों पर केंद्रित था। विवि के अध्यक्ष जितेन्द्र जोशी ने रिसोर्स पर्सन्स और संकाय सदस्यों के प्रयासों की सराहना की।
श्री जोशी ने कहा कि रिसर्च एवं इनोवेशन छात्रों और शैक्षणिक संस्थानों के समग्र विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं । उन्होंने सभी योगदानकर्ताओं को उनके समर्पण और दूरदृष्टि के लिए बधाई दी । इंटर्नशिप का एक उल्लेखनीय परिणाम यह रहा कि प्रशिक्षार्थीयों द्वारा पेटेंट दाखिल किए गए। साथ ही कई इनोवेटिव उत्पाद विकसित किए गए । ये उपलब्धियाँ विश्वविद्यालय की अनुसंधान-आधारित उद्यमिता को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता को दर्शाती हैं ।
इंटर्नशिप का समापन छात्रों द्वारा विकसित उत्पादों की प्रदर्शनी के साथ हुआ जिसका अवलोकन कुलपति प्रो. धर्म बुद्धि द्वारा किया गया । कुलपति प्रो. बुद्धि ने व्यावहारिक शिक्षा और तकनीकी दक्षता के महत्व पर बल दिया। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की पहलें इनोवेशन को बढ़ावा देती हैं तथा इन्हें स्टार्टअप के रूप में परिवर्तित किया जा सकता है ।
रिसर्च एवं इनोवेशन विभाग के निदेशक प्रो. राजेश सिंह ने कार्यक्रम का समापन करते हुए छात्रों द्वारा की गई विविध गतिविधियों की जानकारी साझा की जिनमें हरित व्यवसाय प्रक्रिया मॉडलिंग, मशीन लर्निंग अनुप्रयोग, और खाद्य एवं जैव सामग्री का वर्णन शामिल था । यह कार्यक्रम छात्रों को वर्तमान उद्योग और अनुसंधान प्रवृत्तियों के अनुरूप व्यावहारिक अनुभव प्रदान करने के उद्देश्य से डिजाइन किया गया था । कार्यक्रम में प्रो. सुमित चौधरी (निदेशक यूआईटी), प्रो. श्रवण कुमार (निदेशक एसएलए), राजेश देवरारी (निदेशक आईक्यूएसी), प्रो. अनीता गहलोत (संयुक्त निदेशक, रिसर्च एवं इनोवेशन), डॉ. पूजा दास, अत्रेयी परमानिक समेत अनेक संकाय सदस्यों की गरिमामयी उपस्थिति रही। यह इंटर्नशिप पहल उत्तरांचल विश्वविद्यालय की शैक्षणिक उत्कृष्टता, नवाचार और अनुभवात्मक शिक्षा के माध्यम से छात्रों को सशक्त बनाने की प्रतिबद्धता का प्रमाण है ।